मंगलवार, जून 12, 2018

विविध भारती

 विविध भारती
भारतीय सरकार ने रेडियो की लोकप्रियता को चार चांद लगाने के लिए फिर भी संगीत के विशेष प्रसारण हेतु मुंबई से अक्टूबर 1957 में विविध भारती नामक कार्यक्रम का प्रसारण आरंभ किया इस कार्यक्रम का प्रसारण 200 किलो वाट  के वेब लेंथ पर शॉर्टवेव बैंड शुरू किया इस कार्यक्रम को ऑल इंडिया रेडियो की वैकल्पिक भारतीय सेवा के रूप में प्रारंभ किया गया जिसमें प्रसारण का आदर्श ज्यादा समय संगीत सिनेमा को दिया गया 1966 में इसे विज्ञापन सेवा के नाम से जाना जाता है इस कार्यक्रम के अंतर्गत जयमाला हवामहल पिटारा आदि कार्यक्रम प्रसारित किए जाते रहे इसमें 200 से ज्यादा सेवा संगठन का प्रकार था बीज भारती का कुल प्रसारण समय सप्ताह के 6 दिनों में 12 घंटे 45 मिनट और रविवार को 13 घंटे 15 मिनट रखा गया इसके नेटवर्क में 28 व्यवसाय केंद्र और पूंजी का एकमात्र व्यवसाय केंद्र रखा गया है कुछ अन्य केंद्र विविध भारती के कार्यक्रम को प्रसारित करते हैं
एफएम
रेडियो स्टेशन से जो तरंगे रेडियो सेट पर आती हैं यह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक होती हैं FM में ट्रांसमीटर के द्वारा तरंग विस्तार में कोई परिवर्तन नहीं किया जाता और तरंग दैर्ध्य मैं परिवर्तन कर प्रसारण किया जाता है इन तरंगों की यह विशेषता है कि यह तरंगें पृथ्वी के समानांतर चलती हैं इसकी दूरी 55 से 65 किलोमीटर की परिधि तक सीमित रहती है FM ट्रांसमीटर क्या विशेषता होती है कि यह मोबाइल की रिसेप्शन प्रति प्रदान करते हैं जिससे सीमित सुनने का आनंद बढ़ जाता है इसकी फ्रीक्वेंसी 38 से 108 मेगाहर्ट्ज होती है इसमें ध्वनि अत्यंत स्पष्ट होती है FM तकनीक के भारत में आकाशवाणी को नई गति और नई दिशा प्रदान इसका प्रारंभ सन 1977 में हुआ वस्तुतः प्रसारण की तकनीक है जिसमें बहुत मधुर और स्पष्ट आवाज सुनाई देती है पिछले कुछ वर्षों में FM की जो पहचान बनी है उसका श्रेय टाइम्स ऑफ इंडिया के टाइम से फिल्म को दिया जा सकता है जिसने FM को हर आदमी से परिचित कराती है भले ही आम आदमी FM की कार्यक्रम ना सुने लेकिन वह इस से परिचित जरूर है 15 अगस्त 1995 से FM के  प्रसारणों का निजीकरण का महत्व बढ़ा देश में एफएम ट्रांसमीटर लगभग 200 हो गए हैं ऑल इंडिया रेडियो भी काफी प्रतिष्ठित है लेकिन कई प्राइवेट चैनल भी अपनी जगह बना चुके हैं
एएम
जिस प्रकार रेडियो के लिए ऑडियो सिग्नल आते हैं उसी प्रकार दूरदर्शन के लिए ऑडियो तथा वीडियो दोनों की फ्रीक्वेंसी को एक साथ मिक्स कर दिया जाता है इस मिक्सिंग की प्रक्रिया को कैरियर फ्रीक्वेंसी मॉड्यूलेशन के नाम से जाना जाता है फ्रीक्वेंसी के दो प्रकार माने गए हैं कैरियर फ्रीक्वेंसी सिग्नल फ्रीक्वेंसी इन दोनों को मिलाने के लिए दो तरीके अपनाए गए हैं अर्थात एंप्लीट्यूड मॉड्यूलेशन दूसरा FM अर्थात फ्रीक्वेंसी मॉड्यूलेशन जब सिग्नल को कैरियर के साथ इस प्रकार मिक्स किया जाता है कि कैरियर की फ्रीक्वेंसी वही रहे परंतु MP3 के अनुसार बदलना शुरू हो जाए इसको कहते हैं इसमें शामिल हो जाता आवाज सुनाई नहीं देती इस फ्रीक्वेंसी 550 किलो होती है सामान्यता आकाशवाणी पर प्रसारण किया जाता किए बिना छुए लंबी दूरी तक आ सकती हैं ध्वनि तरंगों को बहुत ऊंचा भेज देते हैं
ईटीवी
15 सितंबर 1965 को भारत में दूरदर्शन की शुरुआत हुई इस अवसर पर प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने कहा की टेलीविजन मनोरंजन शिक्षा और सूचना का माध्यम का विकास का प्रेरक है जो कि देश की जनता और लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए हितकर साबित होगा वस्तु  etv रूप में दूरदर्शन शिक्षा के छेत्र में एक नवीन क्रांति का सूत्र पाठ किया शिक्षा क्षेत्र में tv अध्यापक के हाथ मजबूत कर रहा था भारत जैसे अभाव ग्रस्त देश के लिए दूरदर्शन एक वरदान सिद्धू हुआ देश में शिक्षा की कमी को पूर्ण करने का प्रयास किया विज्ञान विषयक प्रयोगशालाओं का सूक्ष्म फिल्मांकन साहित्यय के किस अंशु को फिल्म सहित फिल्मआना विज्ञान इतिहास भूगोल जैसे विषयों का प्रस्तुतीकरण आदि भली-भांति TV केे द्वारा प्रस्तुत किए जा सके अतःः ETV ज्ञान विज्ञान के प्रचार प्रसार मेंं महत्वपूर्ण भूमििका निर्वाह कर रहाा है ETV के द्वारा घर बैठे सभी वर्गों के लिए शैक्षणिके कार्यक्रम समय-समय पर प्रसारित किए जाते हैं


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

thanx 4 yr view. keep reading chandanswapnil.blogspot.com

यहां खाकी बदनाम :- नशा तस्करों से मोटी रकम वसूलने वाले सहायक थानेदार और सिपाही नामजद, दोनों फरार

यहां खाकी बदनाम :- नशा तस्करों से मोटी रकम वसूलने वाले सहायक थानेदार और सिपाही नामजद, दोनों फरार एसटीएफ की कार्रवाई में आरोपियों से...