ये मीटिंग, ये स्टोरीज, ये वेल्यू एडिशन की दुनिया
ये इंसां के दुश्मन, कवार्क-पेजमेकर की दुनिया
ये डेडलाइन के भूखे एडिटर्स की दुनिया
ये पेज अगर बन भी जाए तो क्या है
यहां एक खिलौना है सब एडिटर की हस्ती
यह बस्ती है मुर्दा रिपोटर्रो की बस्ती
यहां पर तो रेजेज से इंफ्लेशन ही सस्ती
ये अपरेजल अगर हो भी जाए तो क्या है
हर एक कंप्यूटर है घायल, हर एक न्यूज बासी
डिजाइनर्स में उलझन, फोटोजर्नलिस्ट में उदासी
ये आफिस है या प्रापर्टी मैनेजमेंट की
सर्कुलेशन अगर बढ़ भी जाए तो क्या है
जला दो जला दो, फूंक डालो ये मॉनिटर
मेरे नाम का बस हटा दो ये आईएमएस यूजर
तुम्हारा है तुम भी संभालो ये कंप्यूटर
ये पेपर अगर चल भी जाए तो क्या है
ये चैनल का ड्रामा छिछोरी सी मस्ती
यहां मौत बिकती जिंदगी फिर भी सस्ती
नए चैनल पर बासी से चेहरे, उदासी से गहरे
कोई चैनल अगर चल भी जाए तो क्या है