यहां खाकी बदनाम
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नशा तस्करों से मोटी
रकम वसूलने वाले सहायक थानेदार और सिपाही नामजद, दोनों फरार
एसटीएफ की
कार्रवाई में आरोपियों से 15 किलो भुक्की, 250 ग्राम चरस, 5ग्राम हेरोइन, 30 बोतल देसी
शराब और 2 लाख 71 हजार रुपए बरामद
चंदन स्वप्निल । नाभा
/ पटियाला
एक और जहां पंजाब
पुलिस के एएसआई हरजीत सिंह की सारी पंजाब पुलिस हौसला अफजाई कर रही है, उसके नाम
की नेम प्लेट लगाकर सारे पुलिस कर्मचारी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। वहीं
नाभा में तैनात पटियाला पुलिस के दो मुलाजिमों ने इस खाकी को आज ही बदनाम कर दिया।
बीती देर रात एसटीएफ पटियाला रेंज की टीम ने रोहटी पुल थाने में एक गुप्त सूचना के
आधार पर छापा मारा था।
स्पेशल टास्क फोर्स
पटियाला रेंज की टीम ने नशा तस्करों को पकड़ने के बाद उनसे मोटी रकम वसूल उनको छोड़ने
वाले पंजाब पुलिस के एक सहायक थानेदार समेत एक सिपाही के विरुद्ध पुलिस केस दर्ज किया
है। इनके कमरों से 15 किलो भुक्की, 250 ग्राम चरस, 5 ग्राम हेरोइन, 30 बोतल देसी शराब
समेत सहायक थानेदार मनजीत सिंह के घर से 2 लाख 71 हजार रुपए भी बरामद हुए हैं।
स्पेशल टास्क फोर्स
पटियाला जोन के आईजी बलकार सिंह सिद्धू ने बताया कि यह सहायक थानेदार मनजीत सिंह इंचार्ज
पुलिस चौकी रोहटी पुल नाभा और सिपाही गगनदीप सिंह के विरुद्ध विभिन्न धाराओं और
एनडीपएस एक्ट के अंतर्गत थाना एसटीएफ फेस-4, मोहाली में केस दर्ज किया गया है।
तस्करी का माल दबा
लिया था
आईजी सिद्धू ने बताया
कि 26 अप्रैल को एसटीएफ को सूत्रों से सूचना मिली थी कि पुलिस चौकी रोहटी छन्ना में
तैनात सहायक थानेदार मनजीत सिंह इंचार्ज रोहटी पुल, नाभा और सिपाही गगनदीप सिंह दोनों
आपस में मिल कर नशा बेचने वाले तस्करों को पकड़ कर उनसे लाखों रुपए की मोटी रकम वसूलते
फिर उनको छोड़ देते हैं। उनसे बरामद हुआ नशा (हेरोइन वग़ैरह) अपने पास रख लेते हैं। बरिन्दर
सिंह उर्फ गग्गू पुत्र रजिन्दर सिंह उर्फ बिट्टू और मनजीत कौर पत्नी फौजा सिंह जोकि
गाँव रोहटी छन्ना, नाभा के रहने वाले हैं और ये हेरोइन बेचने का धंधा करते हैं। इनको
24 अप्रैल को एसआई मनजीत सिंह और सिपाही गगनदीप सिंह ने मिलकर पकड़ा था। इसके बाद उसी
दिन इन्होंने मनजीत कौर पत्नी फौजा सिंह को हेरोइन समेत पकड़ा था।
दोनों ने ऐसे की
डिलिंग तस्करों के साथ
मनजीत सिंह और सिपाही
गगनदीप सिंह इन दोनों को पुलिस चौकी रोहटी पुल ले गए थे, जो चौकी रोहटी पुल, नाभा के
इंचार्ज मनजीत सिंह ने अपने साथी मुलाज़ीम के साथ मिल कर वरिन्दर सिंह को छोड़ने के बदले
ढाई लाख रुपए गुरचरन कौर उर्फ चरनजीत कौर उर्फ चरने से पत्नी मलकीत सिंह निवासी रोहटी
छन्ना के जरिए सौदा किया था। इसमें से 90 हजार रुपए चौकी इंचार्ज मनजीत सिंह ने ले
लिया था और 1 लाख 60 हजार रुपए बकाया मनजीत सिंह को देना था। इसके इलावा मनजीत सिंह
ने मनजीत कौर को छोड़ने बदले 1 लाख रुपए मांगे थे, जिस पर 75 हजार रुपए में सौदा हुआ
था। मनजीत कौर ने चौकी इंचार्ज मनजीत सिंह को 70 हजार रुपए दे दिए थे और 5 हजार रुपए
बकाया था।
बरामद नशा बेचने
के लिए दूसरे तस्करों पर बनाया दबाव
सिद्धू ने बताया कि
पुलिस मुलाजिमों ने इन दोनों के विरुद्ध कोई भी कानूनी कार्यवाही किये बिना इनको चौकी
से छोड़ दिया। इनसे बरामद हेरोइन को चौकी इंचार्ज और सिपाही गगनदीप सिंह ने अपने पास
ही रख लिया। मनजीत सिंह और गगनदीप सिंह ने मौजूदा काम बंद करने वाले नशा तस्करों पर
दबाव डाल कर नशा बेचने के लिए मजबूर किया था, इसकी भी जाँच जारी है। सहायक थानेदार
मनजीत सिंह और सिपाही गगनदीप सिंह ने एक बिल्ला नाम के व्यक्ति की स्कौडा कार भी छुपा
कर रखी हुई थी। मनजीत सिंह, बिल्ला से कार छोड़ने के बदले पैसों की माँग करता था, एसटीएफ
ने ये कार भी बरामद की है। बरिन्दर सिंह के पिता रजिन्दर सिंह के ख़िलाफ़ अलग-अलग थानों
में आठ मुकदमे एनडीपीएस के तहत दर्ज हैं, जोकि अभी नई जेल नाभा में सजा काट रहा है।
आईजी सिद्धू ने बताया कि मनजीत कौर पत्नी फौजा सिंह के विरुद्ध 5 मुकदमे अलग-अलग थानों
में दर्ज हैं। चरनजीत कौर उर्फ गुरचरन कौर उर्फ चरने पर भी पहले अलग -अलग थानों में
04 मुकदमे दर्ज हैं। इस पर उप कप्तान पुलिस एसटीएफ पटियाला सुक्खअमृत सिंह रंधावा ने
अपनी पुलिस पार्टी के साथ सहायक थानेदार मनजीत सिंह और सिपाही गगनदीप सिंह के
ठिकानों पर छापा मारा लेकिन वे वहां से फरार थे। रंधावा की टीम ने मनजीत सिंह और गगनदीप
सिंह के बक्से जोकि इन के रिहायशी कमरे पुलिस चौकी रोहटी पुल में पड़े थे। वहां से
15 किलो भुक्की, 250 ग्राम चरस, 5 ग्राम हेरोइन, 30 बोतल देसी शराब और मनजीत सिंह के
घर से 2 लाख 71 हजार रुपए बरामद हुए हैं। मामले में अभी जांच जारी है और दोनों दोषी
फ़रार हैं। इसके अलावा मनजीत कौर और गुरचरन कौर उर्फ चरनजीत कौर उर्फ चरने को गिरफ़्तार
कर लिया गया है, जिनका रिमांड लेकर पूछताछ की जायेगी।
दोनों पुलिस मुलाजिम नौकरी से बरख़ास्त : एसएसपी
एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू के मुताबिक ज़िला पुलिस के एक सहायक थानेदार और एक कांस्टेबल को नशा तस्करों के साथ मिलीभगत कर उनसे पैसे लेकर छोड़ने के मामले में दोनों को नौकरी से बरख़ास्त किया गया है। आरोपी मनजीत सिंह 1986 से पुलिस में
भर्ती हुआ था। वहीं सिपाही गगनदीप सिंह 2011 में भर्ती हुआ था। सिद्धू ने बताया कि इन दोनों भगोड़े मुलाज़ीम के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही करते हुए तत्काल प्रभाव से नौकरी से बरख़ास्त किया गया है।